अमृत कण 152
भावातीत ध्यान (टीएम) के अभ्यास के दौरान हमारे समस्त अनुभवों का ज्ञाता असीमित प्रकृति के क्षेत्र में पूर्ण रूपेण स्थापित हो जाता है क्योंकि विचार शक्ति और धारणा की प्रक्रिया अपने कार्य में अधिक सूक्ष्म, परिष्कृत और सर्वाधिक शांत हो जाती है। ब्रह्मचारी गिरीश जी ।
Drops of Nectar 152
During Transcendental Meditation our awareness, the knower of all that we experience, becomes increasingly established in its true unbounded nature as the process of thinking and perception becomes more refined, more and more silent in its functioning.
— Brahmachari Girish Ji
No comments:
Post a Comment